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Sheetla Mata Mandir, Gurugram

 

sheetla mata mandir, gurugram

शीतला माता मंदिर, गुरुग्राम | Sheetla Mata Mandir, Gurugram

शीतला माता मंदिर गुरुग्राम | Sheetla Mata Mandir Gurgaon | शीतला माता मेला, शीतला अष्टमी पूजा | गुरुग्राम धार्मिक स्थल, हरियाणा मंदिर | चेचक माता मंदिर, गुड़गांव टूरिस्ट प्लेस

शीतला माता मंदिर गुरुग्राम भारत वर्ष  के  नौ शक्तिपीठों में से एक है यह मंदिर देवी दुर्गा के अवतार शीतला माता को समर्पित है , धार्मिक आस्था में विश्वास रखने वालों के लिए गुरुग्राम के मध्य में आकर्षण और आस्था का केंद्र हैं, वैसे तो यहां सालों भर भक्तजनों का भीड़ लगा रहता है लेकिन नवरात्री के दरम्यान कुछ विशेष होता है मान्यता है की शक्तिपीठ की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। 

लोककथाओं के अनुसार, मंदिर उस स्थान को चिह्नित करता है जहाँ देवी ने चेचक की महामारी से क्षेत्र को मुक्त करने के लिए आत्म-बलिदान किया था। 

वास्तुकला: मंदिर की संरचना अपेक्षाकृत सामान्य है, शीतला माता की एक मुख्य मंदिर है  और अन्य देवताओं को समर्पित कई छोटे मंदिर हैं। 

वार्षिक मेला: मंदिर से जुड़े प्रमुख कार्यक्रमों में से एक वार्षिक शीतला माता मेला है, जो चैत्र माह (मार्च-अप्रैल) के दौरान होता है। हजारों भक्त आशीर्वाद लेने और उत्सव में भाग लेने के लिए मंदिर आते हैं। 

अनुष्ठान और प्रथाएँ पूजा और प्रसाद: भक्त देवी को दूध, मिठाई, फूल और नारियल जैसी विभिन्न वस्तुएँ चढ़ाते हैं। प्रार्थनाएँ और भजन (भक्ति गीत) नियमित रूप से किए जाते हैं। मन्नतें और पूर्ति: कई लोग शीतला माता से की गई मन्नतें पूरी करने के लिए मंदिर आते हैं, उनका मानना ​​है कि देवी उनकी इच्छाएँ पूरी करेंगी और उन्हें बीमारियों से बचाएँगी। 

कैसे पहुंचे : यह मंदिर गुरुग्राम के मध्य में, गुड़गांव रेलवे स्टेशन के पास स्थित है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। 

परिवहन: गुरुग्राम सड़क और रेल द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और निकटतम हवाई अड्डा नई दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो लगभग 15 किलोमीटर दूर है।

शीतला माता मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि एक सांस्कृतिक केंद्र भी है जो भक्तों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करता है। यह क्षेत्र की समृद्ध परंपराओं और दैवीय उपचार शक्तियों में स्थायी विश्वास की एक झलक प्रदान करता है।


🔱 शीतला माता कौन हैं?

शीतला माता को हिन्दू धर्म में रोग नाशिनी देवी माना जाता है। विशेष रूप से चेचक, खसरा, और त्वचा रोगों से मुक्ति दिलाने वाली देवी के रूप में पूजा की जाती है। माता के हाथों में झाड़ू, सूप, नीम की पत्तियाँ और जल का कलश होता है, जो रोग निवारण और शुद्धता के प्रतीक हैं।


🏛️ शीतला माता मंदिर का इतिहास

शीतला माता मंदिर का संबंध गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी कृपी (या लपिला) से है, जिन्हें शीतला माता का अवतार माना जाता है। मान्यता है कि वे रोगों से पीड़ित लोगों की सेवा करती थीं और उनके प्रभाव से रोग ठीक हो जाते थे। उनके देहावसान के बाद यह स्थान एक पवित्र स्थल बन गया।

मंदिर का निर्माण लगभग 18वीं शताब्दी में हुआ माना जाता है। बाद में विभिन्न शासकों और भक्तों द्वारा इसे विस्तार और पुनर्निर्माण किया गया।


🌟 मंदिर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

  • चेचक व अन्य बीमारियों से बचाव हेतु पूजा की जाती है।
  • विशेष रूप से नवविवाहित जोड़े और नवजात शिशुओं के माता-पिता यहां पूजन करने आते हैं।
  • गुरुवार और सोमवार को यहां भारी भीड़ रहती है।
  • नवरात्रि और शीतला अष्टमी के अवसर पर विशेष पूजा और भंडारे आयोजित होते हैं।


    🛕 मंदिर की वास्तुकला और संरचना

    • मंदिर का मुख्य गर्भगृह संगमरमर और पत्थरों से निर्मित है।
    • माता की प्रतिमा को सिंदूर से श्रृंगारित किया जाता है।
    • मंदिर परिसर में ध्यान केंद्र, यज्ञशाला, और भक्तों के लिए विश्राम स्थल भी हैं।
    • दक्षिण भारतीय और उत्तर भारतीय वास्तुकला का समन्वय देखने को मिलता है।


      🧭 मंदिर कैसे पहुँचें? (Location and How to Reach)

      • स्थान: शीतला माता रोड, सेक्टर 6, गुरुग्राम, हरियाणा – 122001
      • नजदीकी रेलवे स्टेशन: गुरुग्राम रेलवे स्टेशन (लगभग 2 किमी)
      • नजदीकी एयरपोर्ट: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली (लगभग 15 किमी)
      • सड़क मार्ग: दिल्ली और एनसीआर से आसानी से टैक्सी, ऑटो, मेट्रो या बस के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।


        🧳 क्या-क्या करें मंदिर दर्शन के समय?

        1. माता को खीर, पूड़ी और हलवा का भोग चढ़ाएँ।
        2. नीम की पत्तियाँ लेकर घर में रखें, यह शुभ माना जाता है।
        3. मंदिर के पास लगे मेलों और भंडारों में भाग लें।
        4. पास ही में स्थित लेजर वैली पार्कसाइबर हब, और सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी घूम सकते हैं।


          🛍️ पास के बाज़ार और खरीदारी

          मंदिर के आस-पास श्रद्धालुओं के लिए पूजन सामग्री की कई दुकानें हैं। आप यहां से:

          • नारियल, चुनरी, मिठाई,
          • माता की मूर्तियाँ, नीम की पत्तियाँ,
          • धार्मिक किताबें और वस्त्र आदि खरीद सकते हैं।


            📅 विशेष अवसर और मेला

            🌸 शीतला अष्टमी:

            • होली के बाद आठवें दिन मनाई जाती है।
            • इस दिन माता को बासी भोजन (ठंडा खाना) का भोग लगाया जाता है।
            • लोग अपने घर से बना ठंडा खाना लेकर मंदिर में चढ़ाते हैं।

              🌼 नवरात्रि:

              • 9 दिनों तक माता की विशेष पूजा और जागरण होता है।
              • भंडारे और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।


                🙏 पूजा विधि

                1. स्नान करके मंदिर आएँ।
                2. माता के चरणों में फूल, चावल, हलवा-पूड़ी, नारियल अर्पित करें।
                3. नीम की पत्तियाँ और जल से माता का अभिषेक करें।
                4. सपरिवार माता का दर्शन करें और आरती में भाग लें।


                  📷 फोटोग्राफी और सोशल मीडिया

                  • मंदिर परिसर में फोटोग्राफी की अनुमति है।
                  • श्रद्धालु अपनी यात्रा और दर्शन को #SheetlaMataMandir हैशटैग के साथ शेयर करते हैं।
                  • मंदिर का Google रिव्यू स्कोर भी बहुत अच्छा है।


                    📝 निष्कर्ष

                    शीतला माता मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर भी है। यहां आकर न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि माँ के आशीर्वाद से शारीरिक रोगों से भी मुक्ति मिलने की मान्यता है। यदि आप हरियाणा या एनसीआर क्षेत्र में हैं, तो इस मंदिर की यात्रा अवश्य करें।


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